Friday, August 14, 2015

गाणी आवडीची - दरीया किनारे


दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
जै जो जै 
अरे जायेगी कहां
ए पोरी
अरे जायेगी कहां
तेरे पीछे ये 
पोरा ऐ जो ऐ
ओट
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै

में जाकें खिडकी में
बैठुंगी सोलह सिंगार करके
ऐसा क्या
हां आ
दूर से ही ललचाऊंगा क्या में
तूझको पुकार कर के..... 
में जाकें खिडकी में
बैठुंगी सोलह सिंगार करके
दूर से ही ललचाऊंगा क्या में
तूझको पुकार कर के
रहुंगी ना तेरे साथ
अरे छोड मेरा हाथ
जिया में है कोई बात
जुबान पे है कोई बात
कैसी ते बनती है री
ऐ है
ओट
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
ए जै जो जै 
अरे जायेगी कहां
ए पोरी
अरे जायेगी कहां
तेरे पीछे 
ये पोरा ऐ जो ऐ
ओट
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
ऐसा ही बंगला
तेरे लिये बांधू 
तो पाये जिया चैन
ए करे वादा तो
बाहों में झूलूं तेरी
दिन रैन
सदा साथ निभाऊं
कही और न जाऊं
कभी हाथ न आये
कभी दिल में समायें
काहे सतवती है री
ऐ है
ओट
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
ए जै जो जै 
अरे जायेगी कहां
ए पोरी
अरे जायेगी कहां
तेरे पीछे 
ये पोरा ऐ जो ऐ
ऐ जो ऐ
ओट
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
दरीया किनारे एक बंगलो 
गो पोरी जै जो जै
















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